मैं डासना मंदिर में ही थी, कुछ भी अनर्थ हो सकता था!
10 हज़ार मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने मंदिर को “अल्लाह हू अकबर” के नारे लगाते हुए घेर लिया।
पूरा इंतज़ाम किया था इस खून की प्यासी भीड़ से हमे मरवाने का।
हम सभी गुरु जी के साथ पूरी मज़बूती से खड़े हैं और हमारे प्राण धर्म को समर्पित है
माँ और महादेव ने हमें जन्म दिया और वो जब चाहे ये जीवन हमसे ले सकते हैं।
लेकिन इन जिह!दियों से ना हम डरते थे ना डरेंगे।
जिसे आना है आ जाए डासना देवी मंदिर, यहाँ हम बलिदान होने के लिए ही बैठे हैं।
: उदिता त्यागी, स्थानीय भाजपा नेत्री
Inko desh me rakha kyu hain inko to mar dena chahiye ya pakistan bhejna chahiye